IPS क्या होता है, What is IPS in hindi, Indian Police Service क्या है

IPS का फुल फॉर्म Indian Police Service है, जिसे हिंदी में भारतीय पुलिस सेवा कहते हैं। यह भारत की तीन प्रमुख अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है, जिसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय विदेश सेवा (IFS) भी शामिल हैं। IPS का गठन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 312 के तहत किया गया था और इसकी उत्पत्ति ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी, जब इसे “इंपीरियल पुलिस” के नाम से जाना जाता था। स्वतंत्रता के बाद, 1948 में इसका नाम बदलकर भारतीय पुलिस सेवा कर दिया गया। IPS ka matlab kya hota hai, IPS kise kahte hain

IPS अधिकारियों की मुख्य जिम्मेदारी कानून और व्यवस्था बनाए रखना, नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और विभिन्न पुलिस बलों का प्रबंधन करना है। ये अधिकारी राज्य और केंद्रीय स्तर पर कार्यरत होते हैं और उन्हें विभिन्न सुरक्षा बलों जैसे सीआरपीएफ, बीएसएफ, एनएसजी आदि में उच्च पदों पर नियुक्त किया जा सकता है। IPS अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवारों को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है, जिसमें प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार शामिल होते हैं, IPS kaun hota hai, IPS meaning in hindi।

IPS kya hai, IPS ka full form kya hai, What is IPS in hindi

IPS में कौन-कौन सी पोस्ट होती है, How many posts are there in IPS

IPS (भारतीय पुलिस सेवा) में कई महत्वपूर्ण पद होते हैं, जो कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं। IPS अधिकारियों की तैनाती विभिन्न स्तरों पर होती है, जिनमें प्रमुख पद निम्नलिखित हैं:

  • डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (DGP/ADGP): यह राज्य पुलिस का प्रमुख होता है।
  • इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (IG): यह एक उच्च स्तर का अधिकारी होता है जो कई जिलों की पुलिस व्यवस्था का संचालन करता है।
  • डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (DIG): यह IG के अधीन काम करता है और विशिष्ट क्षेत्रों की देखरेख करता है।
  • सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट ऑफ़ पुलिस (SSP/SP): यह जिले के पुलिस बल का प्रमुख होता है।
  • एडिशनल सुपरिन्टेन्डेन्ट ऑफ़ पुलिस (ASP): यह SSP के अधीन कार्य करता है और विशेष कार्यों में मदद करता है।
  • डिप्टी सुपरिन्टेन्डेन्ट ऑफ़ पुलिस (DSP): यह थाने के संचालन में सहायता करता है और स्थानीय स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखता है।

Commissionerate system

  • कमिश्नर ऑफ पुलिस (CP): पुलिस कमिश्नर (CP) एक उच्च पद है जो आमतौर पर बड़े शहरों में होता है। CP का कार्य क्षेत्र आमतौर पर एक शहर या महानगर होता है
  • डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP): यह CP के अधीन काम करता है और एक विशेष क्षेत्र या ज़िले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है
  • असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (ACP):  यह DCP के अधीन काम करता है। ACP को आमतौर पर दो या अधिक थानों की जिम्मेदारी दी जाती है

इनके अलावा, IPS अधिकारी को सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में प्रारंभिक तैनाती मिलती है, जिसके बाद उन्हें क्रमशः अन्य पदों पर प्रोन्नति मिलती है। IPS अधिकारियों की जिम्मेदारी न केवल अपराध नियंत्रण करना होती है, बल्कि वे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

IPS के कार्य और जिम्मेदारियाँ क्या होती है, What are the duties and responsibilities of IPS

  • अपराधों की रोकथाम: IPS अधिकारियों को अपराधों की रोकथाम के लिए विभिन्न रणनीतियाँ विकसित करनी होती हैं।
  • आपदा प्रबंधन: प्राकृतिक आपदाओं या मानव निर्मित संकटों के दौरान, IPS अधिकारी स्थिति का प्रबंधन करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि शांति बनी रहे.
  • राजनीतिक और धार्मिक आयोजनों की सुरक्षा: ये अधिकारी राजनीतिक रैलियों, धार्मिक समारोहों आदि के दौरान सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करते हैं.
  • वीआईपी सुरक्षा: IPS अधिकारियों को विशेष व्यक्तियों जैसे मंत्रियों और अन्य वीआईपी की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी दी जाती है.
  • पुलिस बल का नेतृत्व: वे राज्य पुलिस बल के प्रमुख होते हैं और केंद्रीय पुलिस संगठनों जैसे सीबीआई, एनएसजी, और बीएसएफ का भी नेतृत्व करते हैं

IPS बनने के लिए योग्यता क्या होती है, What is the qualification required to become IPS

IPS (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवारों को कुछ विशेष योग्यताओं और प्रक्रियाओं का पालन करना होता है। सबसे पहले, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करनी आवश्यक है। स्नातक की पढ़ाई के अंतिम वर्ष में अध्ययन कर रहे छात्र भी इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। उम्र सीमा की बात करें तो सामान्य श्रेणी के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम 32 वर्ष होनी चाहिए, जबकि ओबीसी वर्ग के लिए यह 35 वर्ष और एससी/एसटी वर्ग के लिए 37 वर्ष तक होती है।

IPS बनने के लिए उम्मीदवारों को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में भाग लेना होता है। यह परीक्षा तीन चरणों में होती है: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains), और साक्षात्कार (Interview)। प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं, जिनमें से एक सामान्य अध्ययन और दूसरा सीसैट होता है। मुख्य परीक्षा में विभिन्न विषयों पर लिखित परीक्षा होती है, जिसके बाद सफल उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया जाता है।

पुरुष उम्मीदवारों की न्यूनतम ऊँचाई 165 सेंटीमीटर और महिलाओं की 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए। इसके साथ ही, शारीरिक दक्षता परीक्षा भी आवश्यक होती है। इस प्रक्रिया में सफल होने के बाद, उम्मीदवार को चिकित्सा परीक्षण से भी गुजरना पड़ता है, IPS kya hai, What is IPS in hindi।

आईएएस कैसे बने, How to become IPS

IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी बनने के लिए सबसे पहले, आपको 12वीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम से पास करनी होगी। इसके बाद, किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पूरी करनी होती है। ग्रेजुएट होने के बाद, आपको UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा। यह परीक्षा तीन चरणों में होती है: प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam), मुख्य परीक्षा (Mains Exam), और अंत में साक्षात्कार (Interview)

प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं, जिनमें सामान्य अध्ययन और सिविल सेवा योग्यता परीक्षण शामिल होते हैं। इस चरण को पास करने के बाद, उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में बैठते हैं, जिसमें विभिन्न विषयों पर विस्तृत लिखित परीक्षा होती है। मुख्य परीक्षा के बाद सफल उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया जाता है, जो उनकी व्यक्तित्व और निर्णय लेने की क्षमताओं का परीक्षण करता है। इस प्रक्रिया के अंत में, जो उम्मीदवार सफल होते हैं, उन्हें LBSNAA (लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी) में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है।

IPS की ट्रेनिंग कितने साल की होती है, How long is the IPS training

IPS (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारियों की ट्रेनिंग एक कठोर और विस्तृत प्रक्रिया है, जो कुल मिलाकर लगभग 16 महीने तक चलती है। सबसे पहले, अभ्यर्थियों को लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी में तीन महीने का फाउंडेशन कोर्स करना होता है। इस कोर्स के बाद, उन्हें सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA), हैदराबाद में 11 महीने की बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है।

इस प्रशिक्षण के दौरान, अभ्यर्थियों को पुलिसिंग, कानून, प्रशासनिक कौशल और शारीरिक फिटनेस के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है। इसके बाद, उन्हें डिस्ट्रिक्ट प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए 6 महीने के लिए विभिन्न जिलों में तैनात किया जाता है। इस प्रक्रिया के अंत में, वे फिर से SVPNPA लौटते हैं, जहां एक महीने की अंतिम ट्रेनिंग होती है।

इस प्रकार, IPS अधिकारियों की ट्रेनिंग कुल मिलाकर लगभग 16 महीने की होती है, जिसमें विभिन्न शैक्षणिक और व्यावहारिक अनुभव शामिल होते हैं। IPS kya hota hai, IPS ka full form kya hota hai

IPS को क्या क्या सुविधाएँ मिलती हैं, What are the facilities given to an IPS officer

  1. आवास सुविधा: IPS अधिकारियों को एक आलीशान सरकारी बंगला मिलता है, जिसमें गार्डन और घरेलू सहायक जैसे माली और ड्राइवर शामिल होते हैं.
  2. सुरक्षा: IPS अधिकारियों को सुरक्षा गार्ड प्रदान किए जाते हैं, जो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.
  3. सरकारी वाहन: उन्हें एक सरकारी गाड़ी दी जाती है, जिसका उपयोग वे अपनी ड्यूटी के लिए कर सकते हैं.
  4. वेतन और भत्ते: IPS अधिकारियों का प्रारंभिक वेतन लगभग 56,000 रुपये प्रति माह होता है, जो पदोन्नति के साथ बढ़ता है। इसके अलावा, उन्हें विभिन्न भत्ते जैसे यात्रा भत्ता और मकान किराया भत्ता भी मिलते हैं.
  5. मेडिकल सुविधाएं: IPS अधिकारियों को बड़े अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलती है, जिससे वे और उनके परिवार के सदस्य इलाज करा सकते हैं.
  6. शिक्षा भत्ता: बच्चों की शिक्षा के लिए वार्षिक शिक्षा भत्ता दिया जाता है.
  7. छुट्टियाँ: IPS अधिकारियों को 30 दिन की वार्षिक छुट्टी और 16 दिन की आकस्मिक छुट्टी मिलती है। इसके अलावा, उन्हें मेडिकल लीव भी मिलती है.
  8. अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन का अवसर: IPS अधिकारियों को विदेशों में अध्ययन करने का अवसर भी मिलता है.
  9. पेंशन और रिटायरमेंट लाभ: सेवा समाप्ति पर उन्हें जीवनभर की पेंशन और अन्य रिटायरमेंट लाभ मिलते हैं.
  10. प्रमोशन के अवसर: IPS अधिकारियों को नियमित रूप से प्रमोशन मिलता है, जो उनकी सेवा अवधि के अनुसार होता है (4, 9, 18 और 25 वर्षों पर)

IPS की सैलरी कितनी होती है, IPS salary per month in india 2024

IPS अधिकारी की बेसिक सैलरी लगभग 56,100 रुपये प्रति माह से शुरू होती है, जो रैंक और अनुभव के साथ बढ़ती है। जैसे-जैसे अधिकारी प्रमोट होते हैं, उनकी सैलरी भी बढ़ती जाती है। उदाहरण के लिए, एक इंस्पेक्टर जनरल (IG) की सैलरी लगभग 1,44,200 रुपये होती है, जबकि पुलिस महानिदेशक (DGP) की सैलरी 2,25,000 रुपये तक पहुंच सकती है.

IPS अधिकारियों को केवल सैलरी ही नहीं, बल्कि कई अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। इनमें सरकारी आवास, सरकारी वाहन, ड्राइवर, सिक्योरिटी गार्ड, और मेडिकल सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, उन्हें फोन और बिजली के बिल का खर्च भी सरकार द्वारा दिया जाता है। प्रमोशन के साथ-साथ उन्हें पेंशन की सुविधा भी प्राप्त होती है

IPS से बड़ा कौन है, Which rank is higher than IPS

IPS (Indian Police Service) से बड़ा पद DGP (Director General of Police) होता है, जो राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस का प्रमुख होता है। DGP पुलिस विभाग में सबसे ऊंची रैंक होती है, और वह पूरे राज्य की पुलिस व्यवस्था की देखरेख करता है

FAQs

IPS का मतलब क्या है, IPS meaning in hindi

IPS का पूर्ण रूप भारतीय पुलिस सेवा है, जो अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है और राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है

हर साल कितने IPS बनते हैं

हर साल सिविल सेवा परीक्षा में चुने गए उम्मीदवारों की संख्या लगभग 100 से 150 तक होती है, जिनमें से कुछ IPS अधिकारी बनते हैं। यह आंकड़ा विभिन्न वर्षों और परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर भिन्न हो सकता है.